बिलासपुर-बहुला चौथ के पावन पर्व पर बिलासपुर गौसेवा धाम में हुए विशेष पूजा-अर्चना गौसेवक ने गौमाताओं को स्नान करा कर हल्दी कुमकुम से श्रृंगार किया गया। पूजा-अर्चना करते हुए गौ सेवकों ने गौ वंश की रक्षा के लिए संकल्प लिया। इसके साथ ही मंगल गौकथा वाचक गोपाल कृष्ण रामानुज ने वैदिक मंत्रोउचारण के साथ आरती उतार कर गौमाताओं को फल पुड़ी- चना गुड़ एंव दाल से बनी बाफौरी का भोग खिलाना गया।
गौ सेवक ने गौमाता की परिक्रमा कर गोचर रज से तिलक किया। गोपाल कृष्ण ने बताया कि जिस घर मे गौवंश कि सेवा होती है, उस घर मे किसी भी प्रकार का वास्तु दोष रोग आदि प्रवेश नही करते जहाँ गौवंश रहते है वहां चार धाम और सात पूरी प्रति दिन आते है गौमाता मे तैंतीस कोटि देवी- देवता का वास होता है गौमाता को भोग लगाने से सभी देवता को एक साथ भोग लग जाता है।
इस तरह जब देवताओं को भोग लगता है तो घंटी भी बजाना जरुरी होता है गौमाता जब भोजन ग्रहण करती है तो गले मे लगी हुई घंटी बज उठती है। पूजन के इस अवसर पर आचार्य राहुल कृष्ण उपध्याय गौसेवक श्री विपुल शर्मा, शत्रुघ्न यादव, रवि ताम्रकार, मुकेश कश्यप, घनश्याम शर्मा, बसंत आदि गौसेवक उपस्थित रहे।
बिलासपुर गौसेवा धाम में बीमार गौवंश की सेवा की जाती है इस शुभ अवसर पर रोड़ में बैठे गौवंश को रेडियम लगाया गया ताकि दुर्घटना से गौवंश को बचाया जा सके ।