सिंधी समाज की महिलाओं ने महालक्ष्मी सगड़ा पर्व भक्ति भाव के साथ मनाया
बिलासपुर. सिंधी समाज की महिलाओं ने महालक्ष्मी सगड़ा पर्व भक्तिभाव के साथ मनाया। समाज की महिलाओं ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना व कथा श्रवण करते है। महालक्ष्मी से परिवार की सुख-समृद्धि, खुशहाली व स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना की।
समाज की सरिता डोडवानी ने बताया कि यह पर्व परिवार के खुशहाली के लिए मनाया जाता है। समाज की महिलाओं ने भाइ्र वरियाराम गुरुद्वारा शनिचरी पड़ाव में एकत्र होकर पूजा की।
भक्तिभाव से धार्मिक आस्था प्रकट करते हुए कथा सुनी। समाज की महिलाओं ने इस दिन उपवास रखकर कच्चे धागे में हल्दी लगाकर 16 धागा को एक-एक कर उसमें 16 गांठ लगाकर सगड़ा तैया किया।
ये सगड़ा सोलह गांठ लगाकर तैयार किया जाता है। साथ ही सोलह दिन हाथ की कलाई पर बांधा जाता है। इस दौरान भक्तिभाव से पूजा-अर्चना की जाती है। सगड़ा परिवार के सभी सदस्यों के लिए बनाया जाता है।
ताकि सभी का कल्याण हो सके। गुरुद्वारा की प्रबंधिका कोमल वाधवानी ने कथा सुनाते हुए कलाई पर बांधने वाले पवित्र महालक्ष्मी के सगड़ा पीला सूत्र की महत्ता को बताया।
कोराना वायरस के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। मास्क लगाकर पूजा-अर्चना की गई। इस अवसर पर सरिता डोडवानी, कोमल वाधवानी, माता कलादेवी दुसेजा, आशा वाधवानी, वर्षा वाधवानी, सरस्वती आडवानी, नैना मलघानी, रोशनी साधवानी, सोनी रामानी, कंचन ठारवानी, कविता खुशलानी, कौशिल्या देवी जगवानी, लक्ष्मी जगवानी,