कोरोना महामारी की वजह से तेजी से हेल्थ इंश्योरेंस की मांग बढ़ी है. महामारी के बाद लोगों में इंश्योरेंस को लेकर काफी जागरुकता आई है. नए ग्राहक इंश्योरेंस तो कराना चाहते हैं लेकिन उन्हें इसके बारे में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं होती है.
नए ग्राहक इंश्योरेंस तो कराना चाहते हैं लेकिन उन्हें इसके बारे में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं होती है. लाइफ से जुड़े इश्योरेंस को लाइफ इंश्योरेंस कहते हैं. लेकिन जनरल इंश्योरेंस को गैर-लाइफ इंश्योरेंस भी कहा जाता है.
कोरोना महामारी की वजह से तेजी से हेल्थ इंश्योरेंस की मांग बढ़ी है. महामारी के बाद लोगों में इंश्योरेंस को लेकर काफी जागरुकता आई है. किसी तरह से नुकसान से बचने के लिए लोग अब इंश्योरेंस करवा रहे हैं.
जनरल इंश्योरेंस कितने प्रकार के होते हैं
मोटर इंश्योरेंस
मोटर इंश्योरेंस विभिन्न वाहनों और ऑफ-रोड आपातकाल के खिलाफ वाहन को सभी नुकसान और दायित्व को कवर करता है. एक व्यापक पॉलिसी प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के कारण हुई क्षति को कवर करती है, आतंकवादी हमले में हुए नुकसान का भी बीमा कवर होता है. इस बीमा का फायदा तब होता है जब आपके वाहन से किसी व्यक्ति को चोट पहुंचती है या उसकी मौत हो गइ हो. इसे थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के तहत कवर किया जाता है
हेल्थ इंश्योरेंस
इस बीमा के तहत आप अपने मेडिकल और सर्जिकल खर्चो के नियोजित कर सकते हैं. यह बीमा ग्राहक को दुर्घटना या किसी बीमारी के समय होस्पिटलाइजेशन, एंबुलेंस, नर्सिंग केयर, सर्जरी और मेडिकल बिल आदी के भुगतान में सहायता करती है. लेकिन इसके कुछ नियम और शर्तें होते हैं जिससे बीमा धारक को पालन करना होता है. कुछ बीमा योजना समय समय पर स्वास्थ्य की जांच कराने का भी पैसा देती है. हेल्थ बीमा में मुख्यतः कोंप्रिहेंसिव, फेमिली फ्लोटर, सर्जरी और इंडिविजुअल एसे चार तरह के कवर होते हैं.
ट्रावेल इंश्योरेंस (यात्रा बीमा)
यात्रा बीमा किसी यात्रा के दौरान होने वाले नुकसान से बचाती है. अगर कोई व्यक्ति किसी काम से या घूमने के लिए विदेश जाता हैं और उसे चोट लग जाती है या सामान गुम हो जाता है तो बीमा कंपनी उसे मुआवजा देती है. यात्रा बीमा पॉलिसी आपकी यात्रा शुरू होने से लेकर यात्रा खत्म होने तक ही वैध होता है. यात्रा बीमा पॉलिसी के लिए अलग-अलग बीमा कंपनियों की शर्त अलग-अलग हो सकती है.