कोरोना संक्रमण के कारण पूरा देश बेहाल है। हर किसी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना के कारण बहुत से लोगों को जान गवानी पड़ी है। अस्पताल में भी मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा है कि आक्सीजन बेड की कमी से लोग परेशान हुए है। आम लोगों से लेकर कर्मचारियों तक का जीना मुहाल हो गया है। इस बीच मोदी सरकार केन्द्रीय सरकारी कर्मचारियों को बड़ तोहफा देने जा रही हैं उम्मीद है कि जून महीने तक महंगाई भत्ते पर रोक हटा दी जाएगी।इसके बाद बढ़े हुए महंगाई भत्ते का लाभ मिल सकेगा। सैलेरी में बढ़ोत्तरी होगी। रूकी हुई तीन किस्तों का भी भुगतान होगा। इस भुगतान के साथ ही कर्मचारियों के प्रोविडेंट फंड में भी कंट्रीब्यूशन बढ़ जाएगा। यानी सैलरी बढ़ने के साथ-साथ ईपीएफ खाते में ज्यादा पैसा जमा होगा।
ईपीएफ कंट्रीब्यूशन में इजाफा
कम्रचारियों की सैलरी से कटने वाले प्रोविडेंट फंड और ग्रेच्युटी की गणना बेसिक महंगाई भत्ते से होती है। जुलाई में कर्मचारियों के डीए में 11 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी होगी। बेसिक और महंगाई भत्ता बढ़ेगा तो उस पर कटने वाला 12 प्रतिशत ईपीएफ भी ज्यादा होगा। पीएफ खाते में ज्यादा पैसे जमा होंगे। कर्मचारियों के अलावा पेंशनरों के डियरनेस रिलीफ में भी बढ़ोत्तरी का फायदा मिलेगा। उनका डीआर 17 प्रतिशत से बढ़कर 28 प्रतिशत हो जाएगा। उनकी मंथली पेंशन बढ़कर आएगी। इसका फायदा करीब 65 लाख पेंशनर्स को मिलेगा।